Tuesday, November 3, 2015

तुमको तुम्ही से चुरा लूँ ...इज़ाज़त हो तो...
कहो ना ,.....
तुम्हारी ख़ामोशी को होठो पर अपने सजालूँ ..इज़ाज़त हो तो...
कहो ना...
तुम्हारे ख्वाब इन आँखों में सजा लूँ ..इज़ाज़त हो तो...
कहो ना ....
कहो ना...

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